हमने सिर्फ हॉलीवुड की फिल्मों में ही खास सूट पहनकर आसमान में उड़ते देखा है मगर ये नजारा राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर के प्रांगण यह कारनामा करके दिखाया कि एक आम आदमी असल जिंदगी में एक जेट पैक सूट पहनकर कैसे उड़ सकता है रिचर्ड ब्राउनिंग पलक झपकते ही हवा में उड़ने लगे ठीक किसी फिल्मी सुपर हीरो की तरह आसमान में करतब दिखाए.
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर में डायमंड जुबिली सेलिब्रेशन
धौलपुर के प्रांगण में एक एयर शो व मिकेनिक डॉग शो का प्रोग्राम आयोजित किया गया यह प्रोग्राम भारतीय वायु सेना व भारतीय थल सेना के द्वारा विद्यालय में आयोजित किया गया, इस प्रोग्राम के प्रारंभ में ब्रिटेन सेना की और से आए वर्ल्ड फेमस पर्सनालिटी रिचर्ड ब्राउनिंग अपने आविष्कार जेट पैक सूट व मिकेनिक डॉग के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की और छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए, रिचर्ड ब्राउनिंग जोकि एक ब्रिटेन आविष्कारक और डेड लिस्ट फ्लाइट जेट पैक सूट के निर्माता है और ग्रेविटी इंडस्ट्रीज के संस्थापक और मुख्य परीक्षण पायलट हैं, इनके इस अविष्कार ने आज से कुछ साल पहले ब्रिटेन में खूब सुर्खियां बटोरीं, और इनको आयरन मैन की उपाधी भी दी गयी है.
हॉलीवुड फिल्मों की तरह दिखा नजारा
अब तक हमने सिर्फ हॉलीवुड की फिल्मों में ही आयरन मैन को खास सूट पहनकर आसमान में उड़ते देखा है मगर अब ब्रिटेन के रिचर्ड ब्राउनिंग ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर के प्रांगण यह कारनामा करके दिखाया कि एक आम आदमी असल जिंदगी में एक जेट पैक सूट पहनकर कैसे उड़ सकता है रिचर्ड ब्राउनिंग पलक झपकते ही हवा में उड़ने लगे ठीक किसी फिल्मी सुपर हीरो की तरह आसमान में करतब दिखाए और स्टाफ व छात्रों ने भी तालियों की गड़गड़ाहट से उनकी हौसला अफजाई की.
जेट पैक सूट की कीमत करोड़ों में
जो सूट पहनकर रिचर्ड ब्राउनिंग हवा में उड़े थे उस सूट की कीमत लगभग 3.04 करोड रुपए रखी गई है.
गिनीज बुक में है नाम दर्ज:
रिचर्ड ब्राउनिंग इस जेट पैक सूट अविष्कार की वजह से गिनीज बुक में भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. यह सूट 51 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ सकता है और 12000 फुट की ऊंचाई तक जा सकता है.
ब्राउनिंग के पिता थे एक एयरोनॉटिकल इंजीनियर
जबकि उनके दादा लड़ाकू विमान उड़ाने वाले पायलट थे तथा उनकी दादी भी एक हेलीकॉप्टर कंपनी में काम करती थी.
रोबोटिक डॉग शो भी किया छात्रो को रोमांचित:
इस शो के बाद मैकेनिक डॉग शो आयोजित किया गया या ये कहें की रोबोटिक डॉग, यह मैकेनिक डॉग एक साउथ कोरियन कंपनी से मंगाया गया है इस शो में भी छात्रों को रोबोटिक डॉग की खूबियाँ गिनाई गयी, जेसे ये रोबोटिक डॉग किसी वार में बम को कैसे डिटेक्ट करते है, और उनको डिफूस करने में कैसे सक्षम हैं. ये रोबोटिक डॉग आम जिन्दगी में भी कई खूबियों के साथ मददगार साबित हो रहे हैं.
अंत में विद्यालय के प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल श्याम कृष्णा टी पी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा अपने वक्तव्य में कहा की विद्यालय में ऐसे शोज करने से छात्रों में भारतीय सेना से जुड़ने की भावना जाग्रत होगी क्योंकि इस तरह की टेक्नोलॉजी भारतीय सेना को और मजबूती प्रदान कर रही है.