दोस्तों यूपीएससी का एग्जाम (UPSC Exam) ऑल इंडिया लेवल का एग्जाम होता है, जिसमें देश के 28 राज्यों के उम्मीदवार शामिल होते हैं। यह एग्जाम देश का सबसे सम्मानित और कठिन एग्जाम माना जाता है। देश का हर युवा चाहता है कि देश में उसकी एक पहचान बने और उसके नाम से उसे पहचाना जाए। यूपीएससी की परीक्षा लोगों को नाम सम्मान और आर्थिक रूप से काफी मजबूत बनाता है। यूपीएससी परीक्षा में हर वर्ष लाखों उम्मीदवार अपने अपने सपनों के साथ बैठते हैं, परंतु उन लोगों में से चुनिंदा लोग ही यूपीएससी परीक्षा में आईएएस और आईपीएस पद के लिए चुने जाते हैं।
आज तक जितने भी आईएएस अधिकारी हैं, उन्होंने एक बार नहीं बल्कि 3 से 4 बार इस परीक्षा को दिया है, तब जाकर उन्हें यह सफलता हासिल हुई काफी कम लोग हैं जिन्हें एक या दो बार में सफलता प्राप्त हुई है। Union Public Service Commission यूपीएससी की परीक्षा धर्य, संघर्ष और समर्पण मांगती है। जिस अभ्यार्थी के अंदर धैर्य है संघर्ष करने की क्षमता है और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण देने के लिए तैयार है उस अभ्यर्थी का चयन होना निश्चित है। आज हम एक ऐसे ही आईएएस अधिकारी (IAS Officer) की बात करेंगे जिसने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास करके अपने सपने को पूरा किया
आईएएस अधिकारी अनन्या सिंह उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राज्य के अंतर्गत आने वाला प्रयागराज (Prayagraj) जिले की रहने वाली अनन्या सिंह (Ananya Singh) 22 वर्ष की उम्र में आईएएस अधिकारी बनी। वर्ष 2019 में आयोजित यूपीएससी की परीक्षा में उन्होंने 51 वीं रैंक हासिल करके अपना और अपनी मां का सपना पूरा किया।
अनन्या की मां कहती है कि अनन्या बचपन से ही काफी होनहार छात्रा रही है, वे स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई में हमेशा अव्वल आया करती थी। इसीलिए अनन्या की मां को भरोसा था कि उनकी बेटी एक दिन एक बहुत बड़ी अधिकारी बनेगी। तब अनन्या ने सोचा कि यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करके वह अपनी मां का सपना पूरा कर सकती हैं।
मां के विश्वास ने आज उन्हें महज 22 वर्ष की उम्र में आईएएस अधिकारी बना दिया। अनन्या सिंह है आज के युवाओं के लिए प्रेरणा 22 वर्ष की उम्र में पहले प्रयास में सफलता प्राप्त करने वाली अनन्या सिंह आज उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो यूपीएससी परीक्षा के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
यूपीएससी की परीक्षा काफी कठिन परीक्षा है इसीलिए लोग सालों से तैयारी करते रहते हैं और काफी मुसीबतों के बाद उन्हें सफलता प्राप्त होती है, परंतु कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें 1 साल पूरे मन से पढ़ाई करने पर सफलता प्राप्त हो गई है। यूपीएससी की परीक्षा के लिए लोग बड़े-बड़े इंस्टिट्यूट में कोचिंग करते हैं जिसमें उन्हें सफलता प्राप्त हो सके। परंतु कुछ आईएएस अधिकारी ऐसे भी हैं, जिन्होंने कोचिंग की तरफ देखा भी नहीं बल्कि Self-Study से सफलता हासिल की। अनन्या सिंह बचपन से ही पढ़ाई के मामले में अच्छी थी। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से की।
डिस्ट्रिक्ट टॉपर रही हैं अनन्या सिंह बताया जा रहा है कि अनन्या सिंह (IAS Ananya Singh) ने कक्षा दसवीं में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए और कक्षा 12वीं में 98.25 प्रतिशत अंक हासिल करके सीआईएससीई बोर्ड से डिस्ट्रिक्ट में टॉप किया था। कक्षा बारहवीं की शिक्षा पूरी कर वे दिल्ली चली गई वहा के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स विषय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
अनन्या सिंह बताती है कि बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देखती थी। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी अपने कॉलेज के अंतिम वर्ष से शुरू कर दी थी। शुरुआत में वे 7 से 8 घंटे पढ़ाई करती थी उसके बाद जब उनका बेस बन गया, तो उन्होंने इस पढ़ाई को 6 घंटे कंटिन्यू रखा। आईएएस अनन्या सिंह का अन्य उम्मीदवारों के लिए संदेश अनन्या बताती है कि यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में पूरी होती है, इसीलिए यूपीएससी के उम्मीदवारों को एक साथ प्री और मेंस की तैयारी करनी चाहिए। जिससे तैयारी अच्छी होती है। अनन्या बताती है कि उन्होंने 1 वर्ष तक कड़ी मेहनत की।
उसके बाद वर्ष 2019 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी और 51 वी रैंक हासिल करके सफलता प्राप्त की वह कहती है कि उन्हें खुद पर विश्वास नहीं हुआ कि वाकई में उन्हें 51 रैंक प्राप्त हुई है। अनन्या सिंह यूपीएससी के विद्यार्थियों को कहना चाहती हैं कि जितना भी समय पर हो पूरे मन से पढ़ो तो सफलता कम समय में हासिल हो जाती है।