क्या आपने कभी डॉलर से भरा मायरा देखा है या सुना है? लेकिन राजस्थान नागौर में एक ऐसा मायरा भरा हैं।02 भाइयों ने अपनी बहन को मायरा भरने के लिए डॉलर से सजी चुनरी ओढ़ायी। जिसे सुनकर व देखकर लोग आश्चर्यचकित रहे गए।
मायरों को लेकर जब भी चर्चा होगी तो राजोद गांव के इन दो भाइयों की चर्चा जरूर होगी।जिन्होंने नागौर जिले के ही सोनेली गांव पहुंचकर अपनी बहन के 71 लाख नकदी, 41 तोला सोना व 5 किलो चांदी के आभुषण का मायरा भरा।
नागौर जिले की जायल तहसील केराजोद निवासी जाट परिवार ने यह मायरा भरा हैं।राजोद गांव के सतीश गोदारा व छोटे भाई मुकेश गोदारा ने सोनेली गांव में ब्याही गई अपनी बहन संतोष पत्नी मनीष पोटलिया के यह मायरा भरा हैं।
सुनने वाले हैरान रह गए कि राजोद गांव के दो भाईयों ने इस मायरे में 71 लाख रुपए नकद, 41 तोला सोना और 5 किलो चांदी के आभूषण अपनी बहन संतोष को भेंट किये।500-500 रुपए के नोटों की गड्डियों से थालियां भर गई यहीं नहीं दोनों भाई इतने आभुषण अपनी बहन संतोष के लिये लाए कि देखने वाले हैरान रह गए।
राजोद गांव से मायरा लेकर पहुंचा बड़ा भाई दिनेश गोदारा ईराक में अमेरिकन एंबेसी में कार्यरत हैं। वहीं छोटा भाई मुकेश गोदारा भारतीय सेना में है।सतीश व मुकेश गोदारा के भाणजे आकाश की शादी हैं। और मारवाड़ में यह रिवाज हैं कि भाणजे या भाणजी की शादी होने पर ननिहाल पक्ष की तरफ से मायरा लेकर आते हैं।ऐस में उससे मामा सतीश व मुकेश गोदारा अपनी बहन तथा अपने भाणजे आकाश की मां संतोष के मायरा भरने पहुंचे।