हाल ही में असिस्टेंट प्रोफेसर का रिजल्ट जारी हुआ है। इस परीक्षा में बाड़मेर के छोटे से गांव के किसान के बेटे शंकरसिंह ने राजस्थान टॉप किया है।शंकर सिंह ने रिटन एग्जाम में 200 में से 150 नंबर हासिल किए है। अगर उनको इंटरव्यू में 1-2 मार्क्स भी मिलते तो उनका सिलेक्शन पक्का हो जाता।
शंकर सिंह का परिवार उनको आईएएस, आईपीएस बनाना चाहते थे लेकिन उनका शौक पढ़ने और पढ़ाने में रहा।शंकरसिह ने क्लास 5वीं तक की पढाई गांव की सरकारी स्कूल में की थी। फिर क्लास 10वीं तक चौहटन की आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में थी।
क्लास 12वीं महर्षि गौतम स्कूल जोधपुर से की थी। साल 2014 में ग्रेज्यूशन राजस्थान कॉलेज जयपुर से की थी।शंकरसिंह का मानना है कि मैंने जो पढ़ा। जो मेरा ज्ञान है। आने वाली पीढ़ी शिक्षण व शोध के माध्यम से ही दिया जा सकता है।
बाड़मेर के श्रीरामवाला गांव के शंकरसिंह पोटलिया ने असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) में राजस्थान में 1st रैक हासिल की है।शंकर सिंह के परिवार में उनके पिता किसान है और माता जी एक गृहणी है। इनकी शादी भी वर्ष 2019 में हो गई।
शंकर सिंह का कहना है कि वो पिछले 05 सालो से इस भर्ती का इन्तजार करते रहे। इस दौरान UGC नेट व JRF के एग्जाम देता रहा।वही एक बार दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड का एग्जाम दिया था। इसमें 3rd रैक लगी थी।
वर्ष 2020 में आरपीएससी(RPSC) असिस्टेंट का एग्जाम सितंबर 2021 में हुआ था।इसमें मेरे 200 में 150 नंबर मिले थे। इसी माह इंटरव्यू के बाद मैरिट लिस्ट निकली उसमें मेरा ऑल राजस्थान में 1st रैक लगी।