जो लोग अपने सपने को जीवन का लक्ष बना लेते है,फिर उनको कोई हरा नहीं सकता, महाराष्ट्र के जालाना के रहने वाले आईएएस अंसार शेख उन्हीं में से एक हैं। उनके पिता ऑटो रिक्शा चलाते थे। बेहद गरीबी में पले-बढ़े अंसार शेख ने सबसे कम उम्र में आईएएस ऑफिसर बनने का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। अंसार अहमद शेख जालना जिले के शेलगांव के रहने वाले हैं।
उनक जन्म 1 जून 1995 को हुआ था। अंसार ने 12वीं कक्षा में 91 फीसदी अंक प्राप्त किए थे तथा 12वीं के बाद पुणे के फर्गुसन कॉलेज से राजनीति विज्ञान में बीए की डिग्री हासिल करके अपने खानदान में पहले ग्रेजुएट बन गए।गरीबी की वजह से अंसार शेख के पिता और रिश्तेदारों ने उनसे स्कूल छोड़ने के लिए कहा था।
शेख के पिता तो स्कूल तक भी पहुंच गए थे। लेकिन वहां उनके टीचर ने उनके पिता को समझाया कि अंसार पढ़ाई में बहुत होशियार हैं। अंसार शेख ने 12वीं में 91 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त किए थे। उसके बाद उनके घरवालों ने उनसे कभी कुछ नहीं कहा। आईएएस अंसार शेख ने पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में डिग्री हासिल किया है। इसमें उन्होंने 73 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए थे। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते हुए लगातार तीन सालों तक हर दिन लगभग 12 घंटे काम किया। उन्होंने एक साल के लिए कोचिंग जॉइन की थी।
उनकी आर्थिक हालत को ध्यान में रखते हुए कोचिंग अकादमी ने उनकी फीस का एक हिस्सा माफ कर दिया था। अंसार शेख एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनका परिवार कभी बीपीएल श्रेणी में आता था। परिवार में जो आय थी बहुत कम थी, पिता अहमद शेख अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए ऑटो रिक्शा चलाते थे। मां अजामत शेख खेती में मजदूरी करती थीं, पारिवारिक गरीबी बहुत ज्यादा थी।
इस कारण इनके भाई ने छठीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और अपने चाचा के गैरेज में काम करना शुरु कर दिया था। 12वीं में अच्छे अंक हासिल करने के बाद जब अंसार शेख का दाखिला पुणे के फर्गुसन कॉलेज में हुए उसके बाद उनके पिता से उनके अंसार के पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सके, तब उनके छोटे भाई ने 6000 रूपये हर महीने देकर उनकी पढ़ाई में मदद की। अंसार शेख ने जीवन की परेशानियों से परेशान ना होकर अपने टारगेट को लेकर बिल्कुल स्पष्ट थे। उन्होंने साल 2015 में यूपीएससी परीक्षा के अपने पहले ही प्रयास में 361वीं रैंक हासिल की थी। उस समय उनकी उम्र महज 21 साल थी। वह देश के सबसे कम उम्र के आईएएस ऑफिसर हैं। अभी तक भी उनका यह रिकॉर्ड कोई तोड़ नहीं पाया है।