घर में बुजुर्ग मां-बाप की अहमियत को कमतर आंकना कई लोगों को भारी पड़ सकता है. आज की कॉरपोरेट दुनिया में युवा लड़के-लड़कियां खुद को ज्यादा काबिल और व्यस्त समझते हैं. उन्हें लगता है कि उनके समय की कीमत बहुत ज्यादा है. मां-बाप तो बुजुर्ग और बेकार हैं. उनके पास समय ही समय है. उनके समय की कोई कीमत नहीं है. लेकिन, ऐसा सोचकर आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. अगर मां-बाप अपने पर आ जाएं और अपने समय की कीमत लगा दें तो अच्छे-अच्छे कॉरपोरेट कल्चर वालों के दिमाग ठिकाने लग सकते हैं.
आज हम एक ऐसी ही कहानी के बारे में बता रहे हैं. इस कहानी में एक बुजुर्ग महिला हैं, जिन्होंने अपनी ही नातिन (बेटी की बेटी) की देखरेख के लिए 1600 रुपये प्रति घंटे का चार्ज और अन्य सभी जरूरी चीजों की डिमांड की है. इस डिमांड के बाद महिला की बेटी का दिमाग ठिकाने लग गया. महिला की बेटी खुद को ऑफिस और अन्य चीजों में काफी व्यस्त रहने की बात कहकर अपनी मां से बेटी की देखभाल करने को कह रही थी.
वैसे तो यह कहानी भारत की नहीं है, लेकिन हम सभी के जीवन के बेहद करीब लगती है. अपनी मां की इस डिमांड के बाद बेटी अब गिड़गिड़ा रही है. ब्रिटेन की इस कहानी में नानी ने साफ कर दिया कि अगर उसे उसका चार्ज नहीं दिया गया तो वह नातिन की देखरेख नहीं करेगी. अब महिला की बेटी बोल रही है कि वह और उसका पति दोनों नौकरी करते हैं लेकिन वे दोनों अब भी करियर में सफल होने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. मेरी मां (यानी बच्ची की नानी) 64 साल की है और वह कोई जॉब नहीं करती. उनके पास काफी समय रहता है तो मैंने उनसे अपनी बच्ची की देखरेख करने को कहा. लेकिन अब वह 16 पाउंड प्रति घंटे का चार्ज मांग रही हैं. हार्ट डॉट को डॉट यूके नामक वेबसाइट ने ये स्टोरी छापी है.
मां को मनाने में जुटी बेटी
बच्ची की नानी ने स्पष्ट किया है कि इस चार्ज के अलावा वह लेट फीस भी लेंगी. इसके अलावा उन्हें कार में एक अलग सीट, स्टॉलर, बोतल और अन्य चीजें भी दोगुने से ज्यादा मात्रा में चाहिए, क्योंकि वह चीजों को साफ कर फिर से यूज नहीं करेंगी. मां की इस डिमांड के बाद बेटी के अक्ल ठिकाने लग गए हैं. अब वह अपनी मां को मनाने में लगी है. उसका कहना है कि इतना चार्ज देने के कारण वह कर्ज में डूब जाएगी.
बेटी का कहना है कि अगर मेरी मां नहीं मानेंगी तो वह अपनी बेटी को किसी डे-केयर में डालेंगी. वहां हो सकता है कि थोड़ा कम चार्ज लगे. बेटी ने यह भी कहा कि वह नौकरी करती है और उसे किसी भी कीमत पर अपनी बच्ची की देखभाल के लिए कोई न कोई व्यक्ति चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे परिवार में हर कोई इसी तरह का नौ से पांच की नौकरी करता है और इस कारण कोई मेरी सहायता नहीं कर रहा है.
ब्रिटेन में यह खबर खूब वायरल हो रही है और लाखों लोगों ने कॉमेंट किया है. लोग दो धड़ों में बंटे हुए. कुछ लोग बच्ची की नानी को तो कुछ बच्ची की मां को सही बता रहे हैं. एक कॉमेंट के जवाब में बच्ची की मां लिखती है- क्या मैं गलत हूं. क्या अपनी मां से बच्ची की देखरेख करने को कहना गलत है. वह दिन भर घर में रहती हैं. उनके पास कोई काम नहीं है, वह केवल खाना बनाती है. मुझ पर विश्वास कीजिए. इसके अलावा उनके पास कोई काम नहीं है. वह टीवी देखते रहती है. ऐसे में फ्री में मेरी बेटी की देखरेख करने के लिए कहना गलत है? जबकि मैं और मेरा पति अपनी जरूरतों के लिए नौकरी करने में लगे हुए हैं.
वायरल हो रही स्टोरी
इस पर एक यूजर ने कॉमेंट किया है- माफ कीजिएगा, थोड़ा कड़वा लग सकता है लेकिन जब देखरेख करने की औकात नहीं थी तो आपको बच्चा लेना ही नहीं चाहिए था. और अगर आपकी लंबे समय तक नौकरी करने की योजना थी तो प्रेग्नेंसी के दौरान ही आपको अपनी मां से बातचीत करनी चाहिए थी. एक अन्य यूजर ने लिखा है कि आपकी स्टोरी से लगता है कि आप डेकेयर अफॉर्ड कर सकती हैं लेकिन आप चाहती है कि आपकी मां बच्ची का देखरेख फ्री में करें. एक अन्य यूजर लिखते हैं- आपकी मां ने अपने हिस्सा का काम कर दिया है. उन्होंने आपको पाला-पोसा है. आपको मुंह में खिलाया है. अब आपकी बारी है.