छोटे गाँव से निकलकर यह लड़की इंटरनेशनल टीम को लीड कर कमा रही साल के 22 लाख रुपए

ज्योति सिरसवा (Jyoti Sirsawa) राजस्थान (Rajasthan) के झुंझनू (Jhunjhunu) जिले के नवलगढ़ उपखंड के परसराम (Parasram) गांव की निवासी हैं। उनका जन्म 23 जुलाई 1994 में हुआ था। उनके पिता का नाम शिवदान सिरसवा (Shivdan Sirswa) है तथा वह रियल स्टेट (Real state) का कार्य करते हैं। उनकी माँ का नाम मंजू देवी (Manju Devi) है और वह एक गृहिणी हैं। ज्योति के बड़े भाई का नाम कृष्णा (Krishna) है और वह दिल्ली में काम करते हैं करते हैं।

इसके सिवा उनके छोटे भाई का नाम ललित (Lalit) है और वह बीसीए की पढाई कर रहा है। ज्योति ने अपनी प्रारंभ शिक्षा गांव के हीं टैगोर स्कूल (Tagore School) से किया। उसके पश्चात उन्होंने इंटरमीडिएट की पढ़ाई जेपीएस (JPS) नवलगढ़ से किया। ज्योति ने नवलगढ़ (Nawalgarh) के पोद्दार महाविद्यालय (Poddar College) से बीसीए (BCA) में दाखिला लिया।

एक छोटे से गांव की लड़की ने लगाई लम्बी छलांग, मात्र 26 साल की उम्र में दुबई  में लाखों रुपये कमा रही है

ज्योति की रूचि मोबाइल ऐप के निर्माण में बढ़ गई इसके अलावा हीं उन्होंने मोबाइल एप के छोटे मोटे प्रोजेक्ट पर काम करना भी शुरू कर दिया। ऐसे हीं कुछ समय बाद ज्योति की रूचि मोबाइल ऐप के निर्माण में अधिक बढ़ गई। ज्योति ने पोदार कॉलेज से बीसीए की डिग्री प्राप्त करने के बाद जयपुर के आईआईआईएम (International School of Informatics & Management Jaipur) कॉलेज से एमसीए करने की इच्छा व्यक्त की जिसमें उनके परिवार वालों ने पूरी सहमती दिया। एमसीए का अध्ययन करने के साथ हीं वह ऐप डेवलप करने के शौक को जारी रखा।

ज्योति की पहली नौकरी ज्योति जब एमसीए के फोर्थ सेमेस्टर में थी तब उन्होंने बीआर सॉफ्टटेक (BR Software) में 8 हजार रुपये प्रति माह की नौकरी करना सुरु किया। ज्योति ने 6 महीने के बाद हीं जयपुर में कंटेंट इन्फों सॉल्यूशन (Content Info Solution) एमएनसी में ज्वाइन कर लिया। वहां उन्हें हर महीने 40 हजार रुपये पगार मिलती थी। वहां डेढ़ साल नौकरी करने के साथ ही ज्योति की टीम जेड अमेरिकन इंग्लिश नामक एक मोबाइल ऐप पर कार्य कर रही थीं।

इस छोटे गांव की लड़की ने कर दिखाया कमाल, गाँव से निकलकर लिख दी सफलता की  इबारत, 26 की उम्र में कमा रहीं 22 लाख रूपये सलाना। - SR News

22 लाख रुपये वार्षिक पैकेज की जॉब का ऑफर मिला ज्योति के कहा कि उन्होनें इस प्रोजेक्ट पर पूरे शिद्दत के साथ कार्य किया, जिसके परिणाम यह आया कि उनके द्वारा किए गए काम को बहुत पसंद किया गया, जिससे दुबई के ए के इंटरनेशनल से 22 लाख रुपये वार्षिक पैकेज के साथ नौकरि का प्रस्ताव आया। उसके बाद ज्योति मार्च 2020 में जयपुर से दुबई चली गईं।

ज्योति सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer Jyoti Sirswa) के तौर पर दुबई के ए के इन्टरनेशनल में एक टीम को लीड कर रही हैं। यह टीम ए के इंटरनेशनल हेल्थ इंटरफेम प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट के अनुसार एक ऐसा मोबाइल ऐप को बनाने का काम किया जा रहा है, जिससे चिकित्सा के क्षेत्र में सहायता मिलेगी। मरीज घर बैठे-बैठे चिकित्सकों से सलाह ले सकेगा। आपको बता दें कि यह प्रोजेक्ट कुछ समय मे अमेरिका और भारत के साथ अन्य सात देशों में भी लॉन्च होगा।

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