राजस्थान के नागौर से माउंट एवरेस्ट तक का लंबा सफर वह भी साइकिल पर सुनने में भले ही अजीब लगे।लेकिन ऐसा ही एक जुनून लेकर घर से निकले हैं नागौर जिले के खींवसर के पप्पू चौधरी।
पप्पू राजस्थान के लगभग 30 ज़िले पार करने के बाद अलवर पहुंचे। यहां पहुचने के बाद वे अलवर के जिला कलेक्टर व एसपी से मिले।पप्पू ने 01 सितंबर 2022 को नागौर से साइकिल यात्रा शुरू की थी। अब तक राजस्थान के 30 जिलों की साइकिल पर यात्रा कर चुके हैं।
पप्पू चौधरी नागौर से होते हुए जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर बीकानेर, गंगानगर, भीलवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, भरतपुर के बाद अलवर पहुंचे हैं।माउंट एवरेस्ट तक पहुंचने के लिए पप्पू लगभग डेढ़ साल तक यात्रा करेंगे। माउंट एवरेस्ट तक पहुंचने के लिए बीस हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करेंगे।
पप्पू ने बताया कि उनका सपना है कि माउंट एवरेस्ट कैंप तक साइकिल यात्रा निकालकर पर्वतारोहण का प्रशिक्षण हासिल कर एवरेस्ट अभियान दल का हिस्सा बनें।पप्पू बताते हैं कि उन्हें पर्यावरण बचाने का जुनून है। इसके लिए वे काम कर रहे हैं ताकि लोग उन्हें देखेंगे तो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे।
पप्पू बताते हैं कि नागौर से वो अपने बैग में स्लीपिंग बैग, पानी की बोतल, कपड़े और कुछ ज़रूरी सामान लेकर यात्रा कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि सितंबर में वे यात्रा पर निकले तो गर्मी का मौसम था। जब यात्रा पूरी होगी और माउंट एवरेस्ट पहुंचेंगे तो तापमान माइनस होगा।
पप्पू बताते हैं कि जब उन्हें रात में रुकने की कोई जगह नहीं मिलती तो सड़क किनारे ही टैंट डाल लेते हैं और रात गुज़ार लेते हैं।पप्पू चौधरी ने बताया कि उनका साइकिल यात्रा पर खर्च जनसेवा के माध्यम से व कुछ वे फ्रीलांसिंग करते हैं।