दोस्तों भारत में क्रिकेट (Cricket) सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि दीवानगी की हद तक जा चुका एक ऐसा स्पोर्ट बन गया है, जिसके आगे देश में किसी भी और स्पोर्ट्स को वह जगह नहीं मिल पा रही जो उन्हें मिलना चाहिए था। जैसे ही देश का क्रिकेट मैच किसी भी अन्य देश के साथ होता है, खासकर यदि पाकिस्तान से हो जाए तो देश की गलियां सूनी हो जाती है। ऐसे में आपने अक्सर एक ऐसे क्रिकेट फैन को स्टेडियम के अंदर देखा होगा, तो दर्शकों के बीच अपने शरीर पर सर से पैर तक भारत के झंडे को पेंट किया हुआ होता है एवं हाथ में तिरंगे को कुछ यूं लहराता है, जैसे पूरे देश की बागडोर वही संभाल कर खड़ा हो। इसके शरीर में तेंदुलकर का नाम लिखा होता है और जो तेंदुलकर के हर मैच में उसकी बैटिंग के दौरान बढ़-चढ़कर प्रमोशन करता है। क्या आपने कभी सोचा है यह शख्स कौन है, जो हर मैच में दीवानों की तरह भारत को हाईलाइट करता है और सचिन के आसपास ही घूमता रहता है।
बार सिक्योरिटी गार्ड ने खेल के दौरान इसे दौड़कर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से मिलने के चक्कर में गिरफ्तार भी किया है। हालांकि बाद में तेंदुलकर की सिफारिश पर उसे छोड़ दिया जाता था। आइए आज हम आपको क्रिकेट के इस सबसे बड़े फैन की जिंदगी के वो पन्ने दिखाएंगे जिनसे ज्यादातर लोग अछूते हैं। बिहार के इस जिले से आता है यह क्रिकेट का दीवाना
दोस्तों हम बात कर रहे हैं सुधीर गौतम अर्थात सुधीर कुमार चौधरी (Sudhir Kumar Chaudhary) की जिन्हें अक्सर आपने भारत के झंडे में रंगा पुता देश के हर क्रिकेट मैच में देखा ही होगा जो अपनी क्रिकेट की दीवानगी और निराले मेकअप की वजह से लगभग हर टीवी स्क्रीन मैगजीन और न्यूज़पेपर में अपना स्थान ऑलरेडी पा चुके हैं। Sudhir Kumar Chaudhary Cricket photo source Twitter बहुत से लोगों ने तो इनका असली चेहरा भी नहीं देखा होगा। अपनी आम जिंदगी में यह मुजफ्फरनगर बिहार का रहने वाला एक साधारण सा व्यक्ति है जो आर्थिक रूप से बहुत ही गरीब है।
अभी हाल ही में स्पोर्ट्स की एक फेमस मैगजीन “विजडन” ने इनकी जीवन पर एक विस्तृत न्यूज़ पब्लिश की थी। ऐसी दीवानगी कि अपने घर से साइकिल पर ही मुंबई निकल पड़ा सचिन से मिलने बात 2003 की है जब इंडिया ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की एक सीरीज के चलते सुधीर गौतम (Sudhir Gautam) घर से साइकिल लेकर मुंबई की ओर रवाना हो गए। 8 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर से सफर शुरू करने के बाद 24 अक्टूबर दिवाली के दिन यह मुंबई पहुंचे जबकि मैच 1 नवंबर को होने वाला था। काफी हाथ पैर मारने के बाद उन्हें ना तो सचिन तेंदुलकर का घर मिला और ना ही मैच अटेंड करने का पास।
ऐसे में कुछ पत्रकारों की मदद से उन्हें ज्ञात हुआ कि तेंदुलकर किसी इवेंट के चलते होटल ट्राइडेंट में उन्हें मिल सकते हैं तो, बस फिर क्या था भीड़ को चीरते हुए उसने श्री सचिन तेंदुलकर के पैर छुए जहां तेंदुलकर ने उनके फैन बेस को समझते हुए अपने घर भोजन के लिए इनवाइट किया, बस यहीं से शुरू हो गया इस क्रिकेट के फैन के दीवानगी का सफर। क्रिकेट के हर मैच को अटेंड करने के चक्कर में छोड़ी 3 नौकरियां सुधीर चौधरी सर्वप्रथम मुजफ्फरपुर के सुधा डेयरी में नौकरी किया करते थे, जिसे मैच देखने के चक्कर में वह गवा बैठे। इसलिए दूसरी जॉब उन्होंने शिक्षा मित्र के तौर पर ज्वाइन किया क्योंकि इसमें छुट्टियों का काफी स्कोप होता था।
परंतु यह भी अलग-अलग शहरों में मैच अटेंड करने के चक्कर में हाथ से निकल गई। वही जब तीसरी नौकरी की तैयारी उन्होंने लगकर की एवं रेलवे में टीसी की जॉब के लिए यह इंटरव्यू देना चाह रहे थे, तब भारत पाकिस्तान का दिल्ली में मैच फंसा। जिसके चलते उन्होंने अपने इंटरव्यू कॉल लेटर ही फाड़ दिया और मैच अटेंड करने दिल्ली पहुंच गए।
इस प्रकार इन्होंने 3 नौकरियां की कुर्बानी दी अपनी क्रिकेट की दीवानगी के चलते और यही वजह है कि, आज उन्होंने शादी नहीं की है। क्योंकि उनका सोचना है कि बिना जॉब या काम के परिवार नहीं बना सकते। बड़ी-बड़ी कंपनियां सुधीर को मैच अटेंड करने के सारे खर्च स्पॉन्सर करती है सुधीर कुमार वैसे तो किसी भी प्रकार की आमदनी नहीं करते परंतु दुनिया के किसी भी कोने में यदि भारत का क्रिकेट मैच है तो यह उसे अटेंड करने जरूर पहुंचते हैं। सचिन तेंदुलकर और बाकी खिलाड़ियों के सपोर्ट की वजह से यह एक बड़े फैन के रुप में फेमस हुए हैं।
जहां बड़ी-बड़ी कंपनियां जिनके मैच को अटेंड करने का सारा खर्च स्पॉन्सर करती हैं। जैसे वीआईपी पास, आने जाने का वीजा, एयर टिकट्स और होटल्स। बदले में यह उन कंपनियों के विज्ञापन में पार्टिसिपेट करते हैं। सचिन तेंदुलकर इन्हे पर्सनली कई बार अपने घर भोजन के लिए इनवाइट कर चुके हैं। यह क्रिकेट का दीवाना आज भी एक साधारण जिंदगी जी रहा है, जिसके घर की छत बारिश में चूति है और डर लगता है कि यह मकान कभी भी ढह सकता है।