'धमाका' एक्ट्रेस श्रीलीला इन ट्रेडिशनल आउटफिट्स में शीयर क्लासनेस में सन्निहित हैं

अभिनेत्री इन पारंपरिक परिधानों में सरासर क्लासनेस में सन्निहित है

शैली और फैशन के बीच का अंतर गुणवत्ता है

इसका फैशन से कोई लेना-देना नहीं है और यह बहुत ही व्यक्तिगत है

कल्पना की अभिव्यक्ति धन का प्रदर्शन नहीं है

अभिव्यक्ति शैली व्यक्तिवाद की अभिव्यक्ति है

यह कहने का एक तरीका है कि आप कौन हैं बिना कुछ कहे

सभी सच्चे लालित्य का सच्चा मुख्य स्वर सरलता सादगी है

लोग इसे अपने समय के लायक बना देंगे

स्टाइल मेन में सेल्फ इमेज का भाव होता है