भारत में आईएएस बनना अधिकांश युवाओं का सपना होता है. जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी जैसे कुछ आईएएस अधिकारी युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. टीना डाबी ने 2015 में यूपीएससी परीक्षा में टॉप किया था. वह इंस्टाग्राम पर 1.6 मिलियन फॉलोअर्स के साथ सोशल मीडिया पर अत्यधिक लोकप्रिय तो हैं ही उनसे बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स प्रेरणा लेते हैं.
राजस्थान के जैसलमेर में करियर काउंसलिंग पर हाल ही में एक कार्यशाला में डीसी टीना डाबी ने छात्राओं को अपने अनुभव से सीखने का एक अवसर प्रदान किया. शहर के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में जयसन शक्ति (लेडीज फर्स्ट) कार्यक्रम में आईएएस डाबी से कई सवाल पूछे गए. छत्राओं ने टीना डाबी से पूछा, “आप इस देश की युवा आइकन हैं, आपकी प्रेरणा क्या है?
इस पर, आईएएस अधिकारी ने जवाब दिया कि पूरे समर्पण के साथ काम करने की दिशा में उनकी प्रेरणा जनता द्वारा उन पर बरसाए गए स्नेह से उत्पन्न होती है. टीना डाबी से यह एकमात्र सवाल नहीं था. एक अन्य छात्रा ने उनसे पूछा कि क्या आईएएस की तैयारी तब की जा सकती है जब कोई 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा की पढ़ाई कर रही हो? उनसे कमर्शियल पायलट बनने जैसे विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में भी पूछा गया था. एक सवाल में यह भी पूछा गया कि आईएएस अधिकारी बनने के लिए प्रतिदिन कितने घंटे की पढ़ाई जरूरी है?
टीना डाबी ने कथित तौर पर छात्रों को सलाह दी कि छात्रों को आज के प्रतिस्पर्धी युग में एक से अधिक करियर विकल्प रखने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि हर विषय के साथ करियर के शानदार विकल्प हैं. छात्रों को गंभीर होने और जिस भी कैरियर पथ पर जाने का विकल्प चुनते हैं, उस पर परिश्रम के साथ काम करने की आवश्यकता है.
टीना डाबी ने आगे कहा कि सफलता के लिए समर्पण और संघर्ष महत्वपूर्ण है. उन्होंने छात्रों से कहा कि वे संघर्ष से डरें नहीं और अपना 100 प्रतिशत देने का प्रयास करें.